
सोनभद्र संवाददाता, पूर्णिया ।
मेडिकल हब से मशहूर लाइन बाजार में डॉक्टर की लापरवाही से मरीजों का मौत थमने का नाम नहीं रहे है। लगातार एक पर एक मरीज का मौत हो रही हैं।प्रशासन मुख्य दर्शक बना हुआ है। बता दे कि शहर के रामबाग स्थित डॉ दिब्याजलि सिंह के नर्सिंग होम में प्रसूता के मौत के बाद जमकर हंगामा प्रर्दशन किया हैं। बिहपुर थाना के रहने वाले अमृत कुमार सिंह ने अपनी पत्नी मुस्कान कुमारी को प्रसव पीड़ा के बाद मैक्स 7 चौक रामबाग में बने आलीशान नर्सिंग होम डॉ दिव्याजलि सिंह के यहाँ भर्ती कराया। मृतका की माँ शबनम देवी ने बताया कि डॉक्टर ने मरीज को सीरियस बताकर ऑपरेशन करने की बात कही। जिसके बाद 60 हजार में ऑपरेशन, दवा, और रूम का किराया पर बात हुई। जिसके बाद उसका ऑपरेशन किया गया और लड़की का जन्म हुआ।

वहीं हल्का होश आने के बाद प्रसूता ने पेट मे काफी तेज दर्द होने की शिकायत की। इस बाबत जब डॉक्टर से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो कंपाउंडर ने कहा कि ऑपरेशन के बाद ऐसा होता है। मृतिका की माँ ने बताया कि स्थिति नहीं सुधरी तो पुनः डॉक्टर से मिलने का प्रयास किया गया तो नर्स आकर डायलोना नामक दवा दे दिया। इसके बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ और डॉक्टर अपने घर चली गई। वहीं रातभर मरीज दर्द से छटपटाती रही मगर डॉक्टर दुबारा क्लिनिक नहीं आयी।मरीज के रिस्तेदार ने बताया कि पूरा रात सभी मरीज यहाँ कंपाउंडर के भरोसे रहता है। उनका मरीज रातभर तड़पने के बाद सुबह दम तोड़ दिया। प्रसूता की मौसी ने बताया कि मरीज पूरी तरह स्वास्थ्य थी, ऑपरेशन से पूर्व सभी तरह की जाँच कर ली गई थी। पेट मे सोलिंग होना इसबात का प्रमाण है कि ऑपरेशन गलत ढंग से किया गया है। डॉक्टर को सिर्फ पैसा लेकर ऑपरेशन करने से मतलब है उसके बाद अप्रशिक्षित कंपाउंडर और नर्स के भरोसे नर्सिंग होम को छोड़ दिया जाता है। मौत के बाद मृतिका के शव को स्ट्रेचर पर बाहर निकाल कर सभी स्टॉफ और डॉक्टर फरार हो गए। वहीं थोड़ी देर में ही पुलिस भी नर्सिंग होम पहुँच गई। वह सिर्फ इतना देख रहे थे कि कोई तोड़फोड़ न हो। उसके बाद मरीज के शव को जल्दी से घर भेजवाकर पुलिस भी चलती बनी।