खगड़िया/ बेलदौर – बेलदौर में बीती रात एक चौकीदार की बांस के बल्ले से कुचल कुचल कर एक चौकीदार की निर्मम तरीके से हत्या अज्ञात अपराधियों ने कर दी। मृतक चौकीदार की पहचान सकरोहर पंचायत के वार्ड नं तीन निवासी स्वर्गीय रामचंद्र मालाकार के 55 वर्षीय पुत्र घनश्याम मालाकार के रूप में हुई है। मृतक बीती रात तिलाठी चौंक पर रात में तैनात थे। गुरुवार सुबह तिलाठी चौंक के पान दुकानदार गुलाब मुखिया पिता ठाकुर मुखिया ने दुकान की सफाई के दौरान शव को पहले देखा और इसकी सूचना लोगो को दी। खबर लगते ही इलाके में सनसनी फ़ैल गई।
सूचना पर स्थानीय पुलिस घटना स्थल पर पहुंच शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए खगड़िया भेज दिया। इधर खगड़िया एस पी अमितेश कुमार और गोगरी एस डी पी ओ रमेश कुमार ने मौके पर पहुंच घटना की विस्तृत जानकारी ली। वही एस पी ने मृतक के परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना देते हुए अपराधियों को शीघ्र सलखों के पीछे भेजने एवम उचित मुआवजा दिलवाने का आश्वासन दिया। इधर मृतक चौकीदार की पत्नी पत्नी निर्मला देवी, बेटी रूबी देवी, सोनाली देवी , सुहानी देवी , निहाशा कुमारी, अनुषा कुमारी पुत्र आशीष कुमार और बिट्टू कुमार का रो रो कर बुरा हाल है।
वहीं घटना के बाद तिलाठी गांव के दुकानदारों ने अपनी अपनी दुकान को बंद कर घटना के विरोध में रोष व्याप्त किया। घटना के कुछ ही घंटो में भागलपुर सी आई डी एफ एस एल टीम के असिस्टेंट डायरेक्टर संदीप कुमार, सीनियर असिस्टेंट पवन कुमार प्रजापति, सीनियर साइनसिस्ट असिस्टेंट सुनील कुमार घटना स्थल पर पहुंच आवश्यक सबूत एकत्रित किया। उसके बाद मुंगेर से श्वान दस्ता के ट्रेकर डॉग मानक के साथ कांस्टेबल मुकेश कुमार, गृह रक्षक छतिश कुमार ने घटना स्थल पर पहुंच ट्रेक करने की कोशिश की जिसमे खोजी कुत्ता टोपरा बासा समीप एक सुनसान घर तक पंहुचा। मौके पर थाना अध्यक्ष परेंद्र कुमार, पुलिस निरीक्षक दीपक कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक जयप्रकाश सिंह, सतीश कुमार पटेल सहित कई पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।
इससे पहले भी थाना क्षेत्र के दो चौकीदारों की हो चुकी है हत्या
बेलदौर थाना क्षेत्र में एक चौकीदार की निर्मम हत्या हो गई। थाना क्षेत्र में इससे पहले भी दो चौकीदारों की हत्या अपराधियों द्वारा की जा चुकी है। इससे पूर्व 13/7/1993 में कंजरी के चौकीदार राजेंद्र यादव निर्मम हत्या जमीनी विवाद में अपराधियों ने की थी । अपराधियों ने उसके शरीर को कई हिस्सों में टुकड़े कर दिए थे ।जिसके बाद उसकी पत्नी संगीता देवी को अनुकंपा पर चौकीदारी की नौकरी दी गई । इसके बाद 17/12/2005 में बड़ी भरना निवासी चौकीदार सद्दान सादा को उसके घर बड़ी भरना पचौत में अपराधियों ने गोलियों से भून डाला था जिसके बाद से उसका बेटा दीपक सादा चौकीदार के रूप में थाने में कार्यरत है।