कैमूर। मंगलवार को रक्तवीर शिवम कुमार के नेतृत्व में पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अंतर्गत संदीप कुमार उप-परिसर पदाधिकारी, चौधरना के जन्मदिन के शुभ अवसर पर सदर अस्पताल भभुआ में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें सर्वप्रथम संदीप कुमार ने रक्तदान करके उद्घाटन किया। उनके बाद सभी ने बारी बारी से रक्तदान किया जिसमें वन परिसर पदाधिकारी, मुण्डेश्वरी विनीत कुमार, वन उप-परिसर पदाधिकारी, कल्याणीपुर सौरभ कुमार, वन उप-परिसर पदाधिकारी भालुपूरम संदीप कुमार कुशवाहा कुल चार यूनिट संग्रहण हुआ। इस रक्तदान शिविर में रक्त केन्द्र लैब टेक्नीशियन अजय प्रताप सिंह, निरंजन सिंह व सहयोग देवेश तिवारी, रोहित कुमार आदि उपस्थित रहें।
इधर, रक्तवीर शिवम कुमार ने बताया कि ऐसे कार्यक्रमों आयोजन करने का मकसद लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक करना। लोगों को रक्तदान के लिए आगे कदम बढ़ाने के लिये कहा मौका दीजिये अपने लहू को किसी और के रगों में बहने का और जोड़िये खून का रिश्ता। हम लोग एक टीम बना कर लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक व प्रेरित करके रक्तदान मानवता की सबसे बड़ी सेवा है। रक्त के अभाव में दुर्घटना में घायल, डीलेभरी या गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। रक्तदान करने से ऐसे लोगों को समय पर रक्त मिल पाएगा और उनका जीवन बच पाएगा। ऐसे कार्यक्रम हमेशा हम लोग आयोजित करके करते हैं। वैसे भी जन्मदिन को यादगार के स्वरूप रक्तदान अवश्य करें और जागरूकता बढ़ाना, जीवन रक्षक रक्त के दान के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना और रक्तदाताओं के प्रति आभार जताना है। इसके अलावा रक्तदान को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करते हैं जैसे ये बताना कि रक्तदान करने से शरीर में कोई कमी नहीं आती है और हर तीसरे महीने में कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। इसके लिए रक्तदाता व्यस्क यानी उसकी उम्र 18 साल से अधिक होनी चाहिए. रक्तदान करने के लिए वजन 45 किलोग्राम से ज्यादा होना चाहिए. एक इंसान के शरीर में लगभग पांच लीटर खून होता है. इसमें से लगभग 500 मिलीलीटर की छोटी-सी मात्रा में ही रक्‍तदान किया जाता है। तीन महीने में शरीर में रक्‍त फिर से सामान्य हो जाता है। इसलिए अगर रक्‍तदान के सभी मापदंड पूरे हों, तो तीन महीने बाद दोबारा सुरक्षित रक्‍तदान किया जा सकता है।
रक्तवीर ने बताया कि रक्तदान से होने वाले कई फायदे रक्तदान से कैंसर पीड़ित मरीजों, रक्‍तस्राव विकार, एनीमिया और दूसरी खून की कमी से जुड़ी बीमारियों के इलाज में मदद करता है। रक्तदान से प्राप्त करने वाले जरूरतमंद मरीजों के लिए फायदा जगजाहिर है. साथ ही यह रक्‍तदाता के लिए भी फायदेमंद होता हैं।

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