सीवान/दरौंदा। महाराजगंज थाना क्षेत्र के तक्कीपुर भगौछा हनुमान मंदिर के पास बीटीआई पेमेंट्स लिमिटेड फ्रेंचाइजी कंपनी का कर्मचारी से 20 लाख रूपये लूट की कहानी झूठी थी। यह लूट नहीं बल्कि लूट की कहानी बना कर रकम को गबन करने की व्यूह रचना थी, जिसे सीवान पुलिस ने विफल कर दिया है। पुलिस ने आरोपी के निशानदेही पर रूपये वाला बैग को बरामद कर लिया है तो मामले में रकम गबन करने की मंशा रखने वाले बीटीआई पेमेंट्स लिमिटेड फ्रेंचाइजी कंपनी का कर्मचारी मर्दनपुर गांव निवासी सुशील कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मंगलवार को सीवान पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार सिन्हा ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बीते 22 दिसंबर को 20 लाख रूपया लूट मामले की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने कथित रूप से इतनी बड़ी लूट की घटना को गंभीरता से लिया था और तुरंत महाराजगंज एसडीपीओ राकेश कुमार रंजन के नेतृत्व में जांच टीम गठित कर उद्भेदन के लिए लगाया गया था। गठित टीम में महाराजगंज थानाध्यक्ष एवं दरौंदा थानाध्यक्ष के साथ तकनीकी टीम शामिल थे। दो दिनों के अंदर ही तकनिकी साक्ष्य, सी. सी.टी.भी. फुटेज के अवलोकन एवं अनुसंधान के क्रम में यह स्पष्ट हुआ है कि सुशील कुमार डिश टीवी रिचार्ज और जनता बाजार स्थित इण्डिया-1 ए.टी.एम में रूपया डालने का काम करते हैं।
फ्रेंचाइजी कर्मी से 20 लाख रूपये की लूट नहीं हुई है, बल्कि ये घटना के दिन महाराजगंज से पैसा की निकासी कर जनता बाजार स्थित इण्डिया-1 एटीएम में पैसा डाले हैं। पुलिस द्वारा सुशील कुमार से घटना के संबंध में गहनतापूर्वक पुछताछ करने पर इनके द्वारा बताया गया कि पूर्व से ही इनके द्वारा अनुबंध के अनुसार निर्धारित किए गए रकम से कम – कम पैसा एटीएम में डाला जा रहा था तथा बचे पैसे का गबन कर अपने उपयोग में खर्च किया जा रहा था। निकट भविष्य में ऑडिट होने वाला था।
अपने आपको बचने तथा गबन किए गए रूपये के हड़पने के उद्देश्य से लूट की झूठी घटना बताकर कांड दर्ज कराया गया है। इनके निशानदेही पर रूपये वाला बैग पुलिस द्वारा जनता बाजार स्थित इण्डिया-1 एटीएम के कमरा से बरामद किया गया है।मोबाईल इनके द्वारा रास्ते में कहीं फेक दिए जाने की बात बताई गई है. पुलिस द्वारा इस घटना का दो दिनों के अंदर खुलासा कर लिया गया है. लूट की कोई घटना घटित नहीं हुई थी।पुलिस द्वारा इस घटना का उद्भेदन कर लिया गया है। साथ ही युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।