कैमूर। कैमूर जिले में पैक्स किसानों के साथ उनके मेहनत से उपजाए गए धान को पैक्स गोदाम तक पहुंचा कर बाजारों में पहुंचाया जा रहा है या धान का फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। यह खुलासा डीएम के जांच में रामगढ़ के देवहलिया में हुआ है। जहां देवहलीया पैक्स गोदाम में किनारे किनारे धान का बोरा का छल्ली लगाकर रखा गया था और बीच में पूरा जगह खाली था। जो डीएम के जांच में खाली पाया गया। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम सावन कुमार ने बीसीओ के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दिया गया है। जिसमें बीसीओ का वेतन बंद करते हुए विभागीय कार्रवाई के लिए दिशा निर्देश दिया गया। वहीं पैक्स को बंद करते हुए दूसरे पैक्स से टैग किया गया। डीएम ने बताया कि उपरोक्त मामले में पाया गया कि बीसीओ के द्वारा या तो धान का फर्जीवाड़ा किया गया है या धान को बाजार में बेच दिया गया है। इस पूरे मामले की जांच कराई जा रही है मामला सत्य प्रतिशत सही पाए जाने पर बीसीओ के खिलाफ प्रथमिकिबदर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि बीते बुधवार को जिला पदाधिकारी कैमूर सावन कुमार के द्वारा रामगढ़ प्रखंड अंतर्गत नरहन जमुरना, देवहलिया एवं सिसौढा पैक्स का औचक निरीक्षण किया गया था। जमुरना पैक्स निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि प्राप्त 11 हजार क्विंटल लक्ष्य के विरुद्ध 4631 क्विंटल की अधिप्राप्ति कर ली गयी है। निरीक्षण के क्रम में धान गोदाम में मौजूद पाया गया था। इसके बाद डीएम ने देवहलिया पैक्स के निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि 10500 क्विंटल लक्ष्य के विरुद्ध 4200 क्विंटल अधिक अधिप्राप्ति दिखायी गयी थी। जांच के क्रम में पाया गया कि प्रतिवेदन के विरुद्ध उपलब्धता काफी कम है। दो दो बोरा का छल्ला बनाकर घेर दिया गया था।घेरों के बीच में जगह खाली पाया गया था। जिला पदाधिकारी द्वारा तत्काल धान अधिप्राप्ति पर रोक लगाया गया था और बीसीओ का वेतन रोकने का निदेश दिया गया था। शेष लक्ष्य अधिप्राप्ति हेतु बगल के पंचायत के पैक्स से जोड़कर पूरा करने का निर्देश दिया गया है ।

FacebookMastodonEmailShare

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here